
देवपुरा कला के ग्रामवासी कीचड़ व गद्दे के रास्ते में अंतिम संस्कार के लिए जाने पर मजबूर
महेंद्र कुमार सैनी
नगरफोर्ट। स्मार्ट हलचल/तहसील क्षेत्र के गांव देवपुरा कलां से लक्ष्मीपुरा (देवपुरी) के मार्ग पर प्रशासन की अपेक्षा के चलते रास्ते में हो रहे गड्ढे और उनमें फैले कीचड़ के कारण वर्धा महिला की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए शमशान तक ले जाने में आई भारी परेशानी।
ग्राम पंचायत बोसरया देवपुरा कलां के प्रद्युम्न सिंह राठौर जगत सिंह बाबूलाल मीणा ने बताया कि देवपुरा कलां गांव के मीना की ढाणी जो लक्ष्मीपुरा (देवपुरी) के रास्ते के किनारे बसी हुई है पर, बुधवार को सुबह जल्दी बाबूलाल मीणा की 90 वर्षीय मां जसोदा देवी का देहांत हो गया था। जिसे देवपुरा कलां व खेडली के बीच स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए ले जाने पर, लक्ष्मीपुरा व देवपुरा कलां के बीच रास्ते में हो रहे ऊंचे नीचे गड्ढे व और में उनमें हो रहा कीचड़ के चलते परिजनों व ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है तथा बड़ी मुश्किल के बाद मृतका की अर्थी को अंतिम संस्कार के लिए शमशान तक ले जाया गया। यह मार्ग देवपुरा से लक्ष्मीपुरा होते हुए खातोला मोहम्मदगढ़ खेड़ा हांथी-भाटा होते हुए तहसील नगरफोर्ट के गांवों को टोंक- उनियारा तहसीलों की सड़क से जोड़ने के बाद अनेक गांवों को ग्रामीण सड़कों से जोड़ने वाला रास्ता है। लेकिन 2 किलोमीटर रास्ता ग्राम ग्राम पंचायत व जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा के चलते ना तो इस पर ग्रेवल करवाया गया है और ना ही पूर्व में विधायक द्वारा इस पर डामर सड़क बनाने की घोषणा अभी तक पूरी हुई है। जिसके चलते इस रास्ते पर आने- जाने वाले ग्रामीणों तथा मीना की ढाणी में निवास करने वाले परिवार को डिलीवरी या बीमारी के अवसर पर स्वास्थ्य केंद्र तक जाने व अन्य कोई आवश्यक कार्य के अवसर पर आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इनका कहना है
देवपुरा कलां से लक्ष्मीपुरा की तरफ बनी सड़क के लिए ग्रेवल सड़क करवाने के लिए मनरेगा में प्रस्ताव जिला परिषद में भेजे जा चुके हैं, जल्दी ही स्वीकृति जारी होने के बाद इस सड़क पर ग्रेवाल करवा दिया जाएगा। जब तक ग्राम पंचायत द्वारा इस रास्ते को दुरुस्त करने के लिए रास्ता दृष्टि का कार्य करवाया जाएगा इस संबंध में कल वह स्वयं मौके पर जाकर ग्रामीणों से बात कर के आएं हैं।
रामसागर मीणा
सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत बोसरया