भीलवाड़ा । जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एवं नवाचार संस्थान पर रेलवे स्टेशन के पास बाल श्रमिकों की सूचना प्राप्त होने पर बाल कल्याण समिति सदस्य विनोद राव, श्रम विभाग के श्रम निरीक्षक आशीष यादव, मानव तस्करी विरोधी इकाई के हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रोटेक्शन ऑफिसर अनुराधा तोलंबिया, चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक हेमंत सिंह सिसोदिया, काउंसलर निर्मला पुरोहित, सुपरवाइजर राजेश कुमार खोईवाल एवं नवाचार संस्थान के परियोजना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर एवं रेड एण्ड रेस्क्यू ऑफिसर भगवत सिंह चारण एवं अनिल ओजा, काउंसलर अलका ओझा ने सूचना पर रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए रेलवे स्टेशन के पास स्थित शिव भोजनालय से 3 बालक, श्री राम भोजनालय से 2 बालक, स्वीट कॉर्नर से 1 बालक एवं प्रिया होटल से 1 बालक को बाल श्रम से मुक्त करवाया, सभी 7 बाल श्रमिक रेस्क्यू के दौरान खाना बनाते हुए एवं ग्राहकों को भोजन देते हुए मिले, बच्चो को बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्रकला ओझा एवं सदस्य विनोद राव के आदेशानुसार एवरेस्ट शेल्टर होम में आश्रय हेतु रखवाया गया, नवाचार संस्थान द्वारा सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 374, किशोर न्याय अधिनियम की धारा 79 एवं बाल श्रम प्रतिषेद अधिनियम की धारा 3/14 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया। मोहमद अशफाक खान, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई ने बताया की राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशानुसार जिला पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेशानुसार संचालित उमंग अभियान 3 के तहत एवं अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस के तहत 7 बच्चो को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया है।
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