
(हरिप्रसाद शर्मा)
पुष्कर/अजमेर/स्मार्ट हलचल/पवित्र सरोवर में पिछले कुछ दिनों से लगातार सरोवर की मछलियाँ मर रही हैं । प्रशासन कब लेगा सुध, कोई कारगर कदम नहीं उठाए तो पुष्कर की पवित्रता पर सवाल खड़ा हो जायेगा ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुष्कर सरोवर की मछलियाँ पिछले 10 दिनों से मरने का सिलसिला जारी है ।नगर परिषद द्वारा मात्र पाइप से फ़व्वारा लगाया जा रहा है । जो मात्र ख़ानापूर्ति है । बताया जाता है कि भीषण गर्मी के कारण यह जलीय जीव मछलियों मर रही है । पुष्कर में आने वाले श्रद्धालु भी पवित्र सरोवर में स्नान करने से कतरा रहे हैं । केन्द्र व राज्य सरकार एवं परिषद में भाजपा की सरकार डबल इंजन ही नहीं ट्रिपल इंजन की सरकार है । जिसके बावजूद भी पुष्कर की यह दशा हो रही । सरकार ने पवित्र पुष्कर सरोवर की ओर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में श्रद्धालु पुष्कर सरोवर से मुख ही नहीं मोड़ ले। जिसकी वजह से तीर्थ पुरोहित की रोज़ी रोटी पर आर्थिक संकट हो जायेगा । समय रहते कारगर कदम उठाने की ज़रूरत है ।ज्ञातव्य हो कि अधिकांश तीर्थ पुरोहित की आजीविका पुष्कर सरोवर से जुड़ी है ।
इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता अरूण पाराशर ने ज़िला कलक्टर को पत्र लिखकर पुष्कर सरोवर की पवित्रता को बरकरार रखकर जलीय जीव की रक्षा करने की माँग की है ।वहीं आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने भी किया जिला कलेक्टर डॉक्टर भारती दीक्षित को पत्र लिखकर पुष्कर सरोवर में दम तोड़ रही मछलियों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है, ताकि श्रद्धालुओं की आस्था को कोई आघात नहीं पहुंचे। साथ ही सरोवर की पवित्रता बनी रहे। पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि पिछले कई दिनों से जगत पिता ब्रह्मा जी के पवित्र पुष्कर सरोवर में मछलिया दम तोड़ रही है, जिससे सरोवर में बदबू का आलम बना हुआ है और लाखो श्रद्धालुओं की आस्था पर भी विपरीत असर पड़ रहा है, जो सरकार और प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। उन्होंने कहा कि सावन का महीना भी शुरू हो चुका है।
इसलिए पुष्कर सरोवर का जल लेने के कावड़िए भी पहुंचना शुरू हो गए है। ऐसे में श्रद्धालुओं की आस्था पर किसी भी प्रकार से कोई आघात नहीं लगे। इसके लिए उपयुक्त प्रबंधन के कदम उठाए जाने की विशेष जरूरत है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मैने पुष्कर एसडीएम से भी बातचीत कर उनसे पुष्कर सरोवर में दम तोड़ रही मछलियों की समस्या का तुरंत समाधान कर उचित प्रबंधन के कदम उठाने का भी अनुरोध किया है। एसडीएम ने मुझे बताया कि सरोवर के पानी में ऑक्सीजन की कमी होने से मछलियां मर रही है, मछलियों को मरने से रोकने के लिए उपयुक्त कार्य किए जा रहे है। राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, जब हमारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार थी, तब हमारी सरकार ने पुष्कर सरोवर की 52 घाटों के जीर्णोद्धार के लिए करोड़ो रुपए की लागत से विकास के कार्य शुरू किए थे, लेकिन अब वर्तमान भाजपा सरकार में पुष्कर सरोवर उपेक्षित नजर आ रहा है। इसलिए आपसे मेरा आग्रह है कि उपरोक्त पत्र पर संज्ञान लेकर उचित कदम उठाए। राठौड़ ने जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत सहित सभी जन प्रतिनिधि से भी पुष्कर सरोवर की पवित्रता और श्रद्धालुओं की आस्था के लिए बेहतर कदम जाने के लिए आग्रह किया है।