
मातमी धुनो के बीच निकले ताजिए, पूरे समय गूंजता रहा या अली या हुसैन..
आधा दर्जन से ज्यादा ताजिये और अखाड़े रहे शामिल, पुख्ता रहे सुरक्षा बंदोबस्त
बूंदी। स्मार्ट हलचल/हैरतअंगेज करतब दिखाते चलते अखाड़ेबाज, ‘या अली या हुसैन…’, ‘हक हुसैन मोला हुसैन… के नारे और की ढोल पर मातमी धुन बजाते युवा। यह अवसर था हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में बुधवार को शहर में मुस्लिम समाज की ओर से निकाले गए ताजिए (मोहर्रम) के जुलूस का। जुलूस को देखने के लिए हजारों की संख्या में समाज के पुरुष और महिलाए दुकानों और घरों की छतो पर डटे रहे।
शहर के इमाम चौक से शुरू हुआ जुलूस, देर रात कर्बला पहुंचा
शहर के तिलक चौक बोहरा मोहल्ला स्थित इमाम चौक से दोपहर बाद आधा दर्जन ताजिए व एक दर्जन मेहंदी (छोटे ताजिए) जुलूस के रूप में रवाना हुए। जिसमें इमाम चौक, फर्राशों का तकिया, रंगरेज समाज, महावती पाड़ा, निहारगर, लुहार कटला व सब्जीमंडी के ताजिए शामिल थे। जुलूस के आगे अखाड़ेबाज हैरतअंगेज करतब दिखा रहे थे। मुख्य जुलूस सदर बाजार, ठठेरा बाजार, मीरागेट होता हुआ देर रात करबला जैतसागर पहुंचा, जहां पर ताजिए ठंडे किए गए। शहर के छोटा बाजार से भी मोहर्रम निकाले गए, जो मोची बाजार, चौमुखा, मीरागेट होते हुए करबला जैतसागर पहुंचे, जहां ताजियों को ठंडा किया गया। जुलूस के दौरान युवाओं की अलग-अलग टोलियां मातमी धुनें बजाते हुए चल रही थी। इस मौके पर समाज के लोगों ने ताजियों को सेहरा बांधा और मन्नतें मांगी। जुलूस देर रात कर्बला जेत सागर पहुंचा जहा ताजियों को ठंडा करने की रस्म अदा की गई।
पूरे समय निगाह रखे रहे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी
मोहर्रम जुलूस में पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। कलेक्टर डॉक्टर अक्षय गोदारा, एसपी हनुमान प्रसाद मीणा पूरे समय निगाह बनाए हुए थे। दोनो अधिकारी जुलूस के समय मौजूद रहे। इसके अलाव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा, एएसडीएम दीपक मित्तल, पुलिस उपाधीक्षक अमर सिह, कोतवाल प्रभारी तेजपाल सैनी, सदर थानाधिकारी भगवान सहाय मीणा डाबी थानाधिकारी अनिल जोशी,हिंडोली थानाधिकारी पवन मीणा, महिला थानाधिकारी अस्मिन खान सहित बड़ी संख्या में लाइन पुलिस और आरएसी का जाब्ता मौजूद था।