
पैंतीस कमरे आठ सौ विद्यार्थियों पर एक सफाई कर्मचारी,
दो कर्मचारियों की सीट में से एक खाली,
आवश्यकता तीन कर्मचारीयों व एक चौकीदार की।
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/नागौर जिले के मेड सिटी तहसील के ग्राम जारोड़ा में स्थित पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पिछले दो वर्षों से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की सीट खाली पड़ी है। इस विद्यालय में दो चतुर श्रेणी कर्मचारियों की सीट रिजर्व है जिसमें से एक चतुर श्रेणी कर्मचारी का 2 वर्ष पूर्व अन्यत्र स्थानांतरण हो जाने की वजह से 35 कमरे 800 विद्यार्थी तथा लगभग 40 अध्यापकों का विद्यालय स्टाफ मात्र एक कर्मचारी के भरोसे चल रहा है। यह विद्यालय एक सरकारी विद्यालय होने के बावजूद भी नागौर जिले में ही नहीं बल्कि समूचे राजस्थान में अपनी एक अनूठी पहचान रखता है। लेकिन इस विद्यालय में एकमात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होने के वजह से काफी दिक्कत है पेश आ रही है। अगर सही महीने में बात करें यहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तो यहां पर काम से कम तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तथा विद्यालय की सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए रात्रि में एक चौकीदार की भी आवश्यकता है। अगर राज्य सरकार इस विद्यालय में दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व एक रात्रि चौकीदार की और नियुक्ति कर दे तो विद्यालय की सुविधाओं में और इजाफा होगा। आपको बता दे की यह विद्यालय बोर्ड की परीक्षाओं में प्रतिवर्ष 100% परिणाम देता है तथा इस विद्यालय में पढ़ने वाला प्रत्येक तीसरा विद्यार्थी राजकीय सेवा में सेवार्थ है। अगर बात करें विद्यालय में शिक्षा की तो यह विद्यालय के शिक्षा के साथ-साथ रोजगार की फैक्ट्री भी कहलाता है। लेकिन इस विद्यालय में एकमात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होने की वजह से यहां के विद्यालय स्टाफ तथा विद्यार्थियों को काफी परेशानियां उत्पन्न हो रही है। हालांकि इस विद्यालय में ग्रामीणों की ओर से ही आपातकालीन स्थिति में एक प्राइवेट चौकीदार की नियुक्ति कर रखी है लेकिन वह भी परिवार की जिम्मेदारियां में व्यस्त रहने के कारण पूरी तरह से उपस्थित नहीं हो पता है। ऐसे में राजस्थान सरकार सरकार को दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व एक रात्रि कालीन चौकीदार की व्यवस्था करनी चाहिए।विद्यालय प्रधानाचार्य मोहम्मद अख्तर नदीम ने बताया कि इस विद्यालय में सभी महत्वपूर्ण सुविधा उपलब्ध है लेकिन इस विद्यालय को दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तथा एक रात्रि चौकीदार की कमी भरपूर महसूस हो रही है। प्रधानाचार्य ने बताया कि अगर सरकार इस विद्यालय को दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और एक रात्रि चौकीदार की जो नियुक्ति कर दे तो विद्यालय में किसी प्रकार की कोई कमी महसूस नहीं होगी। मोहम्मद अख्तर नदीम ने बताया कि इस विद्यालय में लगभग 35 कमरे, तीन बड़े बरामदे, विशाल विद्यालय प्रांगण, तथा चाय पीने की बड़ी प्याऊ आदि मौजूद है। यहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की कमी होने के कारण चारों प्याऊ में विद्यार्थियों को ही पानी भरना पड़ता है तथा आवश्यकता होने पर विद्यालय की सफाई भी विद्यार्थियों को ही करनी पड़ती है क्योंकि विद्यालय में एकमात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विद्यालय के लिए पर्याप्त नहीं है।