
भोले बाबा पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप
भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल है। बता दें कि वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। पढ़ाई के बाद UP पुलिस में नौकरी लग गई। UP के 12 थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में सूरज पाल की तैनाती रही। नौकरी के दौरान उसके खिलाफ यौन शोषण का मुकदमा दर्ज होने के बाद उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया।
जेल से छूटने के बाद उसने अपना नाम नारायण हरि उर्फ साकार विश्वहरि रख लिया और प्रवचन देना शुरू किया। बाबा ने ‘सत्संग’ करना शुरू कर दिया तो लोग उसे भोले बाबा कहने लगे। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा की कोई संतान नहीं है। सत्संग में बाबा की पत्नी भी साथ रहती हैं। बहादुर नगर में आश्रम स्थापित करने के बाद भोले बाबा की प्रसिद्धि गरीबों और वंचित वर्गों के बीच तेजी से बढ़ी और लाखों लोग अनुयायी बन गए।
यूपी के हाथरस में हुए दिल दहला देने वाले हादसे के मामले में यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें 4पुरुष और 2महिलाएं हैं। ये सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और सेवादार के तौर पर काम करते थे। नारायण साकार उर्फ भोले बाबा का नाम FIRमें नहीं है। उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गयी थी। जिम्मेदारी आयोजक की है। मुख्य आरोपी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। यह जानकारी अलीगढ़ IGशलभ माथुर ने दी है।
आरोपी के खिलाफ किस धारा के तहत मामला दर्ज किया गया?
IGशलभ माथुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत FIRदर्ज की गई है। गिरफ्तार किये गये 6लोग आयोजन समिति के सदस्य हैं। ये चंदा इकट्ठा करने और भीड़ इकट्ठा करने का काम करते हैं। वे कार्यक्रम में हर तरह की व्यवस्था करते हैं। अभी तक बाबा से पूछताछ नहीं हुई है। जरूरत पड़ी तो पूछताछ भी की जाएगी।
IGने कहा है कि मुख्य आरोपी आयोजक प्रकाश मधुकर पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। यह भी जांच की जा रही है कि यह किसी साजिश का हिस्सा है या नहीं। जब भीड़ बाबा के चरणों में प्रार्थना करने के लिए आगे आई तो सेवादार भीड़ से निकल गए, जिसके बाद यह घटना घटी। ये लोग मौके से भाग गये थे। उन्होंने पुलिस का सहयोग नहीं किया।
उन्होंने बताया कि ये लोग उन्हें वीडियो बनाने से रोकते थे। वे स्वयं भीड़ नियंत्रण का कार्य करते हैं। IGने कहा है कि भगदड़ से अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। सभी की पहचान कर ली गई है। इनमें 2 पुरुष, 112 महिलाएं, 6 बच्चे और 1 लड़की है।