
रोहित सोनी
आसींद । फलामादा के राजस्व गांव हाजियास गांव में छात्रों के लिए जीवन की पहली पाठशाला कहने वाला आंगनबाड़ी केंद्र होता हैं जहां पर बालक अपने भविष्य की कल्पना को साकार करने के लिए शिक्षा की डगर पर पहला कदम रखते हैं परन्तु हुरडा उपखण्ड की ग्राम पंचायत फलामादा के राजस्व गांव हाजियास में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर होने के कारण बच्चों और अभिभावकों को हादसे की आशंका सता रही है। जिसके चलते केंद्र में नामांकन की संख्या घट गई सरकार द्वारा पांच वर्ष से कम उम्र के बालकों के लिए पढ़ने खेलने और गर्भवती महिलाओं को पोषाहार वितरण करने के लिए हर ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ी केंद्र खोलें गये,बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पर जाते हुए हंसते मुस्कुराते हैं लेकिन क्षेत्र के राजस्व गांव हाजियास में बने आंगनबाड़ी केंद्र में एक बड़े हादसे की आशंका बनी रहती हैं जानकारी के अनुसार पूरा आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो चुका है दीवारों पर जगह-जगह दरार आ गई हैं इस आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों का नामांकन कम है पहले नामांकन अधिक था लेकिन अभिभावक छोटे बालकों को इस आंगनबाड़ी केंद्र पर भेजने से पहले ही डर जाते हैं अभिभावकों के मन में डर पैदा हो गया है कहीं अपने बच्चे इस भवन के हादसे का शिकार नहीं हो जाये। इसलिए आंगनबाड़ी केंद्र से अब अभिभावकों का मन उठने लगा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहेना हे की हमने आंगनबाड़ी केंद्र की उच्च अधिकारियों को खूब पत्र लिख चुके हैं उसके बावजूद भी अब तक आंगनबाड़ी केंद्र की विभाग ने सुध नहीं ली है अब देखना यह रहेगा की आंगनबाड़ी केंद्र की कब तक सुध ली जाती है।