
रायपुर 14 जून । विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल एवं मातृ शक्ति द्वारा शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के कटरा में हुए हमले के विरोध में तहसीलदार सांवर मल असरवा को शुक्रवार ज्ञापन सौंप आतंकियों पर कार्रवाई की मांग की विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष मुकेश सेन ने बताया कि जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी कटरा से शिवखोड़ी जाते समय 9 जून को श्रद्धालुओं की बस पर आतंकवादियों द्वारा कायराना हमला किया। जिसमें 10 निर्दोष तीर्थ यात्री मारे गए, संपूर्ण देशवासियों को स्तब्ध करने वाली घटना है। इस क्रूरतम दुष्कृत्य से पूरा देश आहत है और तीव्र आक्रोश में है। ज्ञापन में बताया गया कि जम्मू काश्मीर लंबे समय से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद का दंश झेल रहा है, धारा 370 हटने के बाद एक आशा की ज्योति जगी है, लेकिन लगता है उग्रवादियों का मनोबल अभी कम नहीं हुआ है,इन सब के पीछे स्पष्ट रूप से पाकिस्तान का हाथ है। देश के नई सरकार के शपथ के समय इस प्रकार का दुस्साहसी कृत्य करके आतंकवादियों ने देश के संप्रभुता को चुनौती दी है। बजरंग दल इस कायराना कृत्य की तीव्र निंदा करते हुए मांग करता है की इस प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण पाने के लिए निर्णायक और कठोर कदम उठाने का केंद्र सरकार को निर्देश दें तथा इस प्रकार के तत्वों को संरक्षण देने वाले आंतरिक व विदेशी तत्वों का भी कठोरता से समुचित इलाज हो ऐसा केन्द्र सरकार से सुनिश्चित कराने का आग्रह करें। और इसके साथ ही अजमेर ब्लैक मेकिंग कांड भी कड़ी निन्दा करी साथ ही हिंदु संगठनों ने रायपुर गढ़ के अतिक्रमण को हटाने की मांग उठाई है इससे पूर्व बस स्टैंड चौराहे से विभिन्न हिंदु संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर नारेबाजी की गई तत्पश्चात तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन देने में दुर्गा वाहिनी जिला मातृ शक्ति संयोजिका अनुराधा सिंह, प्रियंका माली, राधिका सेन, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष गीता त्रिवेदी,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व जिला प्रचारक महेश शर्मा, विहिप अध्यक्ष मुकेश सेन, बजरंग दल प्रखंड संयोजक दिनेश लक्षकार, ओगड़िया बालाजी मित्र मण्डल अध्यक्ष शान्ति लाल प्रजापत, भाजपा नेता नाथू लाल शर्मा, हिंदू जागरण मंच के भैरु सिंह सिसोदिया,सुनिल सालवी, शिव सेना विधायक प्रत्याक्षी किशन दास वैष्णव, विशाल वैष्णव रायपुर, मनोज सेन, मोहन जाट केमुनिया, एडवोकेट दिनेश गुर्जर सगरेव ,ईश्वर माली, दिनेश माली, विकास वैष्णव, जितेन्द्र वैष्णव, गोविन्द तेली, कन्हैया माली, राजेन्द्र टांक,जगदीश गाडरी, राजकुमार वैष्णव, सहित विभिन्न हिंदु संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद थे।