
भीलवाड़ा । जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर गुरला के पास स्थित ईट भट्ठों पर बाल श्रमिकों की सूचना प्राप्त होने पर मानव तस्करी विरोधी इकाई के हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक हेमंत सिंह सिसोदिया, काउंसलर निर्मला पुरोहित, केस वर्कर शिवराज खटीक एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की सहयोगी संस्थान नवाचार संस्थान के परियोजना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर एवं रेड एण्ड रेस्क्यू ऑफिसर भगवत सिंह चारण एवं अनिल ओजा, काउंसलर अलका ओझा ने सूचना पर रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए गुरला रोड पर स्थित जेबीएम ईट भट्ठा से 2 बाल श्रमिक, सादा ईट भट्ठा से 1 बाल श्रमिक एवं केएलके ईट भट्ठा से 1 बाल श्रमिक को मुक्त करवाया गया, सभी 4 बाल श्रमिक ईट भट्ठों पर ईट जमाने एवं टैक्टर में ईट भरने का काम कर रहे थे, बच्चो को बाल कल्याण समिति सदस्य विनोद राव के समक्ष प्रस्तुत किया गया, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्रकला ओझा एवं सदस्य विनोद राव के आदेशानुसार एवरेस्ट शेल्टर होम में आश्रय हेतु रखवाया गया, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की सहयोगी नवाचार संस्थान के भगवत सिंह चारण द्वारा कारोई पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज करवाया गया। आशीष कुमार, श्रम निरीक्षक, श्रम विभाग ने बच्चो से बातचीत करते हुए बच्चो के बाल श्रम की स्थिति की जानकारी ली, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशानुसार जिले में उमंग 3 अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत जिले में बाल श्रमिकों को मुक्त किए जाने के लिए जागरूकता अभियान एवं बाल श्रम को मुक्त करने के लिए रेस्क्यू अभियान संचालित किया जा रहा है ।