
पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा में ममता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है,जहां एक मां अपने एक दिन के नवजात को मरने के लिए बीच सड़क पर छोड़कर चली गई। इस दौरान सड़क से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर इस मासूम पर पड़ी और उसने उस नवजात मासूम को अस्पताल में भर्ती करवाया। फिलहाल बालक की हालात स्थिर बताई जा रही है और जिला हॉस्पिटल में बालक का इलाज जारी है। मामला भीलवाड़ा के रूपाहेली चौराहे का है। शुक्रवार देर रात एक युवक को बीच चौराहे पर एक नवजात रोते हुए मिला वो उसे लेकर भीलवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पिटल के मातृ एवम शिशु इकाई में पहुंचा , जहां एनआईसीयू में मासूम का इलाज किया जा रहा है। फिलहाल मासूम की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। भीलवाड़ा जिला अस्पताल के मातृ शिशु इकाई की इंचार्ज डॉक्टर इंद्रा सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात जिला हॉस्पिटल में रूपाहेली चौराहे से एक व्यक्ति आया। जिसने अपना नाम कैलाश चौधरी बताया। इस व्यक्ति के पास एक नवजात मासूम था। इसने बताया कि इसे यह मासूम रुपाहेली चौराहे पर रोती हुई हालत में मिला। मासूम की सूचना हमने पुलिस और बाल कल्याण समिति को भी दे दी । बच्चा करीब 1 दिन का है और इसका वजन करीब 3 किलो है। बच्चे को लेकर आने वाले व्यक्ति कैलाश ने बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसे रूपाहेली चौराहे पर बीच सड़क पर एक स्टॉल में लपेटकर छोड़कर चला गया था। जब वो बाइक लेकर उधर से निकला तो उसे बच्चा रोता हुआ दिखाई दिया। वो उसे लेकर तुरंत हॉस्पिटल लेकर आ गया। फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर है और उसका इलाज किया जा रहा है।