
यूपी की बेवफाई का बहुचर्चित मामला!SDM Jyoti Maurya Manish Dubey
Suspended Home Guard Commandant Manish gets relief in PCS Jyoti Maurya case, court stays suspension
शीतल निर्भीक
लखनऊ।स्मार्ट हलचल/देश-दुनिया में सोशल मीडिया पर बहुचर्चित मामले में विवादित एसडीएम ज्योति मौर्या मामले में निलंबित हुए होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट ने मनीष दुबे के निलंबन पर रोक लगा दी है। मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति जेजे मुनीर की एकल पीठ कर रही है। मनीष ने कुछ दिनों पहले अपने निलंबन के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर हाईकोर्ट ने डीजी होमगार्ड से इस मामले में जानकारी मांगी थी। मामले की अगले सुनवाई अब अगले महीने होगी।
पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के साथ प्रेम प्रसंग के आरोपों से घिरने के बाद निलंबित किए गए होमगार्ड कमांडेंट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने अपने निलंबन के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। निलंबन को खत्म करने की गुहार लगाई थी।
होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को शासन ने नवंबर 2023 में निलंबित कर दिया था। उनके खिलाफ एसडीएस ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने तमाम सनसनीखेज आरोप लगाए थे। होमगार्ड मुख्यालय के आदेश पर डीआईजी होमगार्ड प्रयागराज रेंज ने जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके बाद डीजी होमगार्ड ने शासन से मनीष दुबे को निलंबित करने की संस्तुति की थी।
विभाग की छवि धूमिल करने का था आरोप
इसे डीजी होमगार्ड ने अपनी संस्तुति के साथ शासन भेज दिया था। वहीं मनीष दुबे का तबादला गाजियाबाद से महोबा कर दिया गया था। शासन में बीते चार महीने से विभागीय जांच जारी रहने और किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में देरी पर होमगार्ड मंत्री ने मनीष दुबे को निलंबित करने का आदेश दिया। जिसके बाद आनन-फानन में निलंबन आदेश जारी कर दिया गया। अपर मुख्य सचिव होमगार्ड अनिल कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
एसडीएम के पति ने लगाए थे इश्क़ का आरोप
बता दें कि बरेली में चीनी मिल में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ करीबी रिश्ते हैं। दोनों उसकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। उसने अपनी शिकायत के साथ कई कॉल रिकॉर्डिंग और व्हाट्सएप चैट भी मुहैया करायी थी। साथ ही, मनीष दुबे के पूर्व में कई महिलाओं के साथ संबंध होने के प्रमाण भी दिए थे। हालांकि बाद में आलोक दुबे ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी, जिसके बाद शासन ने ज्योति मौर्या के खिलाफ चल रही जांच को समाप्त कर दिया था।