
जिनके पुण्य उदय होते है वह चार्तुमास से जुड पाते है – आर्यिका नंदीश्वर मति माताजी
आर्यिका रत्न 105 नंदीश्वर मति माताजी का ससंघ चातुर्मास हेतु नावां सिटी में भव्य मंगल प्रवेश,
सभी जाति,धर्म व संप्रदाय के लोगों ने पलक पांवड़े बिछाकर किया भाव भीना जोरदार अभिनंदन,
माताजी की अगुवानी में शहर वासियों ने जमकर की पुष्प वर्षा,
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/नावां सिटी कस्बे में वात्सल्य चंद्रिका आर्यिका रत्न 105 नंदीश्वर मति माताजी का ससंघ भव्य चार्तुमास हेतु भव्य मंगल प्रवेश नावा सिटी के पीपली बाजार स्थित नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के प्रांगण में हुआ l जैन समाज नागोरी गोठ अध्यक्ष नवीन गोधा व महामंत्री रमेशचंद झांझरी ने बताया कि कुचामन रोड स्थित ललित पैलेस से पूज्या माताजी का संघ मंगल प्रवेश भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ। शोभायात्रा में सकल दिगम्बर जैन समाज, युवा मंच, महिला मंडल, नेमिनाथ जैन सांयकालीन पाठशाला व सभी सदस्य गण उपस्थित रहे।
शोभायात्रा में जगह जगह स्वागत द्वार लगाए गये व सभी घरो के बाहर रंगोली सजाई गयी शोभायात्रा में ऊट,घोड़े व जैन ध्वज पताका लहराते हुए व पुष्प वर्षा करते हुए श्री सन्मति दिगंबर जैन स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों ने भी माताजी की जोरदार अगुवानी की । अध्यक्ष गोधा ने बताया कि गुरुमाँ के चरणों को धोने व चरणामृत को शीश पर लगाने के लिए समाज के लोगों में होड़ लगी थी। मार्ग में जगह – जगह श्रद्धालुओं द्वारा माताजी का पाद प्रक्षालन व आरती की गई और गुरुमाँ की चरण वंदना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। भव्य शोभायात्रा में दिव्य घोष बैंड व विशेष कार्यक्रम में पधारे पंजाब बेंड ने अपनी सुर लहरियों से शोभायात्रा में चार चांद लगा दिए। उनके पीछे महिला व पुरूष पूज्या आर्यिका माँ का जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे एवं शोभायात्रा के रास्ते में सभी जाति,धर्म व संप्रदाय के लोग गुरु माँ पर पुष्प वर्षा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे और संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बना हुआ दिखाई दे रहा था l सभी श्रद्धालु गुरूमाँ के चरणो की धूल सिर पर लागते नजर आ रहे थे। शोभायात्रा कुचामन रोड स्थित ललित पैलेस से प्रारम्भ होकर बस स्टेण्ड, पांच बत्ती चौराहा, हॉस्पिटल रोड, मुख्य बाजार,झंडा चौक, सुभाष चौक होते हुए जैन मंदिर पहुंची जहां जैन समाज द्वारा सर्व प्रथम माता जी का पाद प्रक्षालन व आरती उतार कर आशीर्वाद लिया गया l आर्यिका माताजी ने श्री जी के दर्शन किये। बाद में प्रवचन सभा का आयोजन किया गया l जिसमे माताजी ने कहा की चरित्र,तप,मैत्री और समता को जागृत करने का समय है चार्तुमास, एवं जिनके पुण्य उदय होते है वह चार्तुमास से जुड पाते है। उन्होने कहा कि यह चातुर्मास अभूतपूर्व,आध्यात्मिक व एतिहासिक होगा। धर्मसभा में मुख्य पाद प्रच्छालन का सौभाग्य राजेश कुमार, सुनील कुमार दौलत कुमार झांझरी परिवार को प्राप्त हुआ। शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य विमल कुमार विकास कुमार विनायक्या परिवार रेनवाल वालों को मिला।
तत्पश्चात आर्यिका माताजी की आहारचर्या सम्पन्न हुई.. स्थानीय जैन समाज एवं बाहर से आये हुए सभी अतिथि गणो के भोजन का आयोजन भी जैन समाज द्वारा किया गया..
रात्रि में श्रीजी एवं आर्यिका माताजी की मंगल आरती व गुरु भक्ति की गयी l