
मीरा तैराकी संघ ने कुंडल बांध का किया अवलोकन,Meera Swimming Association & Kundal Dam
सूखे हुए हिस्सों को देखा,
रेस्क्यू ऑपरेशन की बुनियाद की तैयार
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/मेड़ता के प्राचीन कुंडल सरोवर (बांध) और सरोवर क्षेत्र में मौजूद प्राचीन बावड़ियों का आज मीरा तैराकी संघ ने एक्सपर्ट लोगों की टीम के साथ बारीकी से अवलोकन किया और भविष्य में जरूरत पड़ने पर होने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन की बुनियाद तैयार की।
मीरा तैराकी संघ के अध्यक्ष राजकुमार दैय्या ने बताया कि कई सालों बाद मेड़ता शहर का प्राचीन कुंडल सरोवर पूरी तरह से सूखा है। ऐसा बहुत कम बार होता है जब कुंडल सरोवर का पानी सूख जाता है। इस बार कुंडल सरोवर सूखने पर हमारी टीम ने पूरे कुंडल सरोवर एरिया और सरोवर में मौजूद प्राचीन बावड़ियों का बारीकी से अवलोकन किया। ऐसा इसलिए किया गया कि अभी सरोवर में पानी सूखा हुआ है। ऐसे में तैराक सरोवर के सूखे हुए प्रत्येक अंदरुनी हिस्से को देख और समझ सकें ताकी कभी रेस्क्यू की जरूरत पड़ने पर आसानी से अभियान चला कर रेस्क्यू किया जा सके।आपको बता दें कि कुंडल सरोवर पूरे मेड़ता क्षेत्र का सबसे बड़ा सरोवर और बांध है। ऐसे में मीरा तैराकी संघ ने संभावित आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आज कुंडल सरोवर क्षेत्र के पूरे सूखे हुए हिस्से का अवलोकन किया है।
इस अवसर पर कानाराम सांखला, शिक्षाविद मनोहरलाल गहलोत, मीरा तैराकी संघ संरक्षक मन्जूलता दैय्या, योगिता पंवार, राजकुमार दैया, शिव सिंह राठौड़, पुरूषोत्तम पंवार, मुकेश पंवार, सुनील टाक, चंद्रप्रकाश मण्डा, लक्ष्मण बड़ारिया, कैलाश सोनी, कुशाल पंवार, डूंगरमल दैय्या सहित मीरा तैराकी संघ के सदस्य मौजूद रहे।