
राजेश कोठारी
करेड़ा ।अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निकटवर्ती नंदावट गांव में स्थित जय आनन्द जनपरमार्थ संस्थान में श्रमणसंघीय उपप्रवर्तक सलाहकार पू. गुरुदेव मुनि विनयकुमारजी ‘भीम’, मुनि सन्मतीजी ‘साहिल’, मुनि संदेशजी एवं तपाचार्या गुरुमाता साध्वी जयमालाजी ‘जीजी’, महासती साध्वी कमलप्रभाजी, साध्वी आनन्दप्रभाजी, साध्वीचन्दनबालाजी, साध्वी डॉ. चन्द्रप्रभाजी, साध्वी तरुणप्रभाजी, साध्वी सुदर्शनप्रभाजी, साध्वी मणिप्रभाजी, साध्वी विनितरुपप्रज्ञाजी, साध्वी सुरभीजी, साध्वी लब्धिजी, मुमुक्षु कल्पेश, मुमुक्षु सोनु, मुमुक्षु खुशी आदि जैन साधु-साध्वियों ने भी संस्थान परिसर में योग दिवस मना कर देशवासियों को यह संदेश दिया कि भारत हमेशा योगगुरु रहा है क्योंकि योग के क्षेत्र में हमेशा देश के साधु-संतों का विशेष योग रहा है। भगवान महावीर ने भी जैन आगमों में चौरासी योगों का महत्वपूर्ण वर्णन किया है। प्रत्येक भारतीय को यह गर्व होना चाहिए कि भारत की इस मुहिम को आज पुरा विश्व अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रुप में मना रहा है।
इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष गेहरीलालजी कोठारी, व्यवस्थापक किशन मेवाड़ा, चन्दनसिंह राठौड़, चिमनसिंह, चैनसिंह, रोड़मल, मुन्नालाल, सोहनीबाई, कल्पेश, सोनु, सिवानी, अंशिका आदि ने भाग लिया।