Quantcast
Channel: Smart Halchal
Viewing all articles
Browse latest Browse all 1617

प्रशासन की लापरवाही से झाड़ोल बांध में रिसाव, मचा हड़कम्प

$
0
0

:- ग्रामीणों ने किया पानी रिसाव को रोकने का प्रयास
:- प्रधान ने लगाए घटिया काम के आरोप
 राजेंद्र बबलू पोखरना
कोटडी।स्मार्ट हलचल,उपखण्ड के बीरधोल पंचायत क्षेत्र में पेयजल के लिए बने झाड़ोल बांध लगातार बरसात के बाद छलकने को आतूर है वहीं शनिवार को मोहरी के पास अचानक पाल पर गहरा गड्‌डा होने से पानी रिसाव होने लगा। पानी रिसाव की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने मौके पर पंहुच कर बांध की पाल से रिसाव को लेकर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को सूचित किया। साथ ही अपने स्तर पर रिसाव को रोकने का प्रयास शुरू कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो वर्ष पूर्व झाड़ोल बांध पर नाबार्ड योजना के तहत बांध की पाल को दुरूस्त करने का काम किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि बांध की पाल पर सरकार की गाइडलाईन के अनुसार ठेकेदार द्वारा काम नहीं होने से बांध की पाल पर जगह-जगह से दरारे पड़ी हुई है। पूर्व में बांध भरने के दौरान गल्ला लगने की शिकायत जनप्रतिनिधियों व सिंचाई विभाग को लिखित रिपोर्ट देकर अवगत कराया गया परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया गया। लगातार क्षेत्र में अच्छी बरसात के कारण 12 फिट भराव वाले झाड़ोल बांध लगभग लबालब हो गया है। शनिवार को अचानक पानी निकलने की जानकारी मिली तो लोगों में हड़कम्प मच गया। ग्रामीणों की उपस्थिति के दौरान ही पानी की रिसाब बढ़ गया जिससे बांध के पास स्थित गांवों के ग्रामीणों में चिन्ता की लकीरें बढ़ गई। सूचना मिलते ही प्रधान करण सिंह बेलवा, विकास अधिकारी राम विलास मीणा, थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने मौके पर पंहुच कर मोहरी के पास हो रहे रिसाव को ग्रामीणों के सहयोग से रोकने की कार्रवाई की गई। साथ ही रेत के कट्‌टे भी भर कर रखवाए गए। प्रधान करण सिंह ने बताया कि पिछले दो वर्ष पूर्व नाबार्ड योजना से बांध की पाल पर फेंसिंग कार्य के लिए लगभग 2 करोड़ 68 लाख रूपये स्वीकृत हो कर ठेकेदार द्वारा कार्य भी किया गया परन्तु ठेकेदार द्वारा घटिया कार्य करने तथा सिंचाई विभाग के द्वारा निरीक्षण के अभाव में पाल का समूचित काम नहीं हो पाया। विभागीय लापरवाही के कारण ही पेयजल व सिंचाई के लिए क्षेत्र का एकमात्र झाड़ोल बांध की पाल क्षतिग्रस्त हो रही है। उन्होने विभागीय अधिकारियों को पानी रिसाव की शिकायत वाले स्थानों पर कट्‌टों की सहायता से रोकने के निर्देश दिए। साथ ही सिचाई विभाग को नियमित निरीक्षण करने को कहा। शनिवार को रिसाव को रोकने के लिए ग्रामीणों द्वारा तत्परता बरतते हुए प्रशासन के सहयोग पर धन्यवाद दिया।


Viewing all articles
Browse latest Browse all 1617

Trending Articles